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चार धाम में हेलीकॉप्टर सेवा पर तत्काल प्रभाव से रोक, लगातार हो रहे हादसों के बाद आदेश जारी

लोकनायक संवाद तरुण चोपड़ा

देहरादून: उत्तराखंड में रविवार सुबह-सुबह भीषण हेलिकॉप्टर हादसा हुआ। पहले हेलिकॉप्टर के गुम होने की सूचना आई। इसके बाद उसके क्रैश होने की खबर ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। बाबा केदार के धाम जा रहे तीर्थयात्रियों की मौत की सूचना आ रही है। इस हादसे में 7 लोगों की मौत खबर सामने आ रही है। इस हादसे के बाद चार धाम यात्रा में हेलिकॉप्टर सेवा पर तत्काल रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार की ओर से यह फैसला सामने आया है। सीएम धामी ने हाल ही में हुए हेलीकॉप्टर हादसों को गंभीरता से लेते हुए राज्य में हेलीकॉप्टर संचालन के संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं।दरअसल, केदारनाथ समेत चार धाम यात्रा के दौरान लगातार हेलिकॉप्टर हादसे की खबर सामने आ रही है। इसको लेकर डायरेक्टोरेट ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की ओर से पिछले दिनों जांच कराई गई। डीजीसीए ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा कि हेलिकॉप्टर के ठहराव स्थल पर बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जैसी स्थिति है। इस कारण डीजीसीए ने उड़ानों में 35 फीसदी की कटौती का आदेश दिया।सीएम ने जारी किए निर्देशराज्य में हाल में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एसओपी तैयार की जाए, जिसमें हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूर्ण जांच और उड़ान से पूर्व मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए।मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाए, जो हेली संचालन की सभी तकनीकी व सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा कर एसओपी तैयार करेगी। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो।हाई लेवल कमिटी करेगी जांचइसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राज्य में पूर्व में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति पूर्व में हुई हेली दुर्घटनाओं के साथ ही आज के हेली क्रेश की भी हर पहलू की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। यह समिति प्रत्येक घटना के कारणों की गहराई से जांच करेगी और दोषी व्यक्तियों या संस्थाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं का महत्व तीर्थाटन, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए अत्यधिक है, इसलिए इनमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।आर्यन एविएशन का हेलिकॉप्टर क्रैशकेदारनाथ यात्रा के दौरान रविवार को एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में कम से कम सात लोगों की जान चली गई। आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का हेलीकॉप्टर केदारघाटी में गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) के अनुसार, हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए सुबह करीब 5.30 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह राजवार ने मीडिया को बताया कि खराब मौसम के कारण विजिबिलिटी कम होने के कारण यह दुर्घटना गौरीकुंड के जंगलों के ऊपर हुई। महानिरीक्षक (गढ़वाल रेंज) राजीव स्वरूप ने दुर्घटना की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि यह स्थान बहुत ही सुदूर क्षेत्र है। उन्होंने आगे बताया कि पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को घटनास्थल पर भेज दिया गया है।सीएम धामी ने की पुष्टिउत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि रुद्रप्रयाग जिले में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना की बहुत दुखद खबर मिली है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और अन्य बचाव दल राहत और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। मैं सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए बाबा केदार से प्रार्थना करता हूं।लगातार हादसों से बढ़ी दिक्कतकेदारनाथ यात्रा समेत चार धाम की यात्रा में लगातार हो रहे हेलिकॉप्टर हादसों ने दिक्कत बढ़ा दी है। इससे पहले 8 मई को गंगोत्री धाम के रास्ते में एक हेलीकॉप्टर उत्तरकाशी जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 7 जून को केदारनाथ जा रहे एक अन्य हेलीकॉप्टर को उड़ान भरने के तुरंत बाद तकनीकी खराबी के कारण सड़क पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी। हादसे में पायलट को चोटें आईं, जबकि उसमें सवार सभी पांच श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचा लिया गया।

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