जिन बच्चों की नींद पूरी नहीं होती उनमें इस गंभीर बीमारी का रहता है खतरा, माता-पिता दें विशेष ध्यान
ऑस्ट्रेलिया में 1000 से अधिक मां और शिशुओं पर किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो बच्चे कम सोते हैं या जिनकी नींद की गुणवत्ता खराब होती है, उनमें ऑटिज्म विकसित होने का जोखिम अधिक हो सकता है।

शरीर को स्वस्थ और फिट रखना चाहते हैं तो लाइफस्टाइल और आहार दोनों को ठीक रखना बहुत जरूरी हो जाता है। अच्छी नींद प्राप्त करना इसका महत्वपूर्ण हिस्सा है, सभी उम्र के लोगों के लिए पर्याप्त नींद जरूरी है। कई अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि जिन लोगों की नींद पूरी नहीं होती है उनमें कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा हो सकता है।
बढ़ते जोखिमों को देखते हुए विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि सभी माता-पिता सुनिश्चित करें कि आपके बच्चों को रोजाना पर्याप्त नींद मिले। जिन बच्चों की नींद पूरी नहीं होती है उनमें कई ऐसी बीमारियों का खतरा देखा गया है जो उनके पूरे जीवन को प्रभावित करने वाली हो सकती है।
इसी से संबंधित एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि जिन शिशुओं को पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती है उनमें ऑटिज्म विकार होने का जोखिम कई गुना अधिक हो सकता है।
ऑस्ट्रेलिया में 1000 से अधिक मां और शिशुओं पर किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो बच्चे कम सोते हैं या जिनकी नींद की गुणवत्ता खराब होती है, उनमें ऑटिज्म विकसित होने का जोखिम अधिक हो सकता है। वहीं छह महीने तक के बच्चों को अगर पर्याप्त या रात में एक घंटे की अधिक नींद मिलती है तो आगे चलकर ऑटिज्म के जोखिमों को कम करने में ये सहायक हो सकता है।