फरवरी के बाद अप्रैल में भी टूटा गर्मी का रिकॉर्ड, सेहत के लिए बढ़ रही मुश्किलें; आप कितने सुरक्षित?
पहले ही साल 2025 की फरवरी अब तक की तीसरी सबसे गर्म फरवरी थी, वहीं हालिया डेटा से पता चलता है कि इस साल अप्रैल ने भी भीषण गर्मी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दुनियाभर में इस साल का अप्रैल दूसरा सबसे गर्म अप्रैल रहा है। कई राज्यों में हीट स्ट्रोक के मामले बढ़ते जा रहे हैं।

देशभर में इन दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप देखा जा रहा है। कई राज्यों में पारा 40 के पार बना हुआ है। 12 मई (सोमवार) को राजधानी दिल्ली-एनसीआर में पारा 39 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के पूर्वानुमानों के मुताबिक इस साल गर्मी कई सारे रिकॉर्ड्स तोड़ सकती है।
पहले ही साल 2025 की फरवरी अब तक की तीसरी सबसे गर्म फरवरी थी, वहीं हालिया डेटा से पता चलता है कि इस साल अप्रैल ने भी भीषण गर्मी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दुनियाभर में इस साल का अप्रैल दूसरा सबसे गर्म अप्रैल रहा है।
यूरोपीय जलवायु एजेंसी कोपरनिकस ने एक हालिया रिपोर्ट में बताया कि अप्रैल 2025 में गर्मी लोगों के लिए काफी जटिलताओं से भरी हुई रही है। इसके साथ ही बीते 12 महीनों का औसत तापमान औद्योगिक क्रांति (1850-1900) के शुरुआती तापमान के मुकाबले 1.58 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बढ़ती गर्मी हमारी सेहत के लिए कई प्रकार से समस्याकारक हो सकती है। इसका असर संपूर्ण स्वास्थ्य पर देखा जाता रहा है। इसके अलावा जिन लोगों को पहले से ही किसी प्रकार की क्रॉनिक बीमारी रही है, उन्हें गर्मी के कारण और भी दिक्कतें हो सकती हैं।