महिला सशक्तिकरण से होगी महिलाओं की सामाजिक,आर्थिक व व्यक्तिगत स्थिति बेहतर- अनिल

*हिसार/हांसी(दिनकर गावड़ी):–महिला सशक्तिकरण वह प्रक्रिया है जो महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक व व्यक्तिगत स्थिति को बेहतर बनाकर ख़ुद के जीवन पर नियंत्रण रखने में मददगार हो। उन्हें अधिकार, अवसर, संसाधन प्रदान करके अपनी पूरी क्षमता तक पहुँचने में सक्षम बनाए । उक्त बातें हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय परियोजना बाल सलाह परामर्श व कल्याण केंद्रों की स्थापना के तहत स्थानीय राजकीय महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में महिला सशक्तीकरण , नेतृत्व और निर्णय लेने के महत्व विषय पर आयोजित सेमिनार के मुख्य वक्ता मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कही । मलिक ने कहा कि नेतृत्व भी एक कला है जिसे विकसित किया जा सकता है । इसमें कौशल एवं रणनीति से हटकर एक विशिष्ट दृष्टिकोण प्रेरणा शक्ति आत्म विश्वास लोगों के साथ संबंध वाकपटुता की क्षमता शामिल है ।जीवन में सफलता के लिए ज़रूरी है बेहतर निर्णय आपको अपनी प्राथमिकताएं तय करके स्पष्ट जानकारी हासिल करते हुए तर्कसंगत सोच अपनाकर लेने होते हैं । जीवन के लक्ष्यों और मूल्यों को सही से समझ कर ही निर्णय लेने चाहिए हमेशा आत्म जागरूक रहे, सचेतन का अभ्यास करें किसी भी काम की समय सीमा निर्धारित करें सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं । नेतृत्व चाहे किसी भी स्तर का हो पहली शर्त मन पर नियंत्रण करने की होती हैं तत्पश्चात लोगों के दिल में जगह बनाए अपनी क्षमता को बढ़ाएं ,समय की कद्र करें , एक पल भी व्यर्थ न गंवाएं अपनी गलतियों से सीखे ।सफलता के लिए कड़ी मेहनत करें ,कभी हार न माने , आत्म विश्वास बनाए रखें ।कार्यक्रम की संयुक्त अध्यक्षता करते हुए कार्यकारी जिला बाल कल्याण अधिकारी तृप्ति श्योरान व संस्थान के प्रिंसिपल ने कहा कि सेमिनार महिला शक्ति को जगाने और प्रेरित करने वाला रहा । कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति सुपरवाइजर धर्मबीर खरब, आकाश उपस्थित रहे ।