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लुधियाना में मेला ठेकेदार ने खुद पर छिड़का पेट्रोल:बोला- आप विधायक मांग रहा ₹10 लाख; मेला बंद कराया, डोला यात्रा रोकी

लोक नायक संवाद टीम

लुधियाना-पंजाब के लुधियाना में दशहरा मेले के एक ठेकेदार ने शनिवार की को दरेसी के बाजार में जमकर हंगामा किया। उसने अपने ऊपर तेल छिड़क कर आत्महत्या करने की कोशिश भी की, लेकिन लोगों ने उससे बचा लिया।

ठेकेदार ने आरोप लगाया कि मेला चलाने की एवज में आम आदमी पार्टी का विधायक 10 लाख रुपए मांग रहा है। इसके लिए उसे आठ दिन से परेशान किया जा रहा है। मुझे दफ्तर में बुलाकर जलील किया जाता है। मैं विशेष समुदाय से हूं तो मुझे जातिसूचक शब्द भी विधायक ने बोले है। इससे वह काफी परेशान हो चुका है।

इस हंगामे के बाद दुकानदारों ने मेला बंद करते हुए धरना शुरू कर दिया है। मेला बंद होने की जानकारी मिलते ही रामलीला प्रबंधक कमेटी और डोला प्रबंधक कमेटी ने डोला सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। डोला भी रोक दिया गया। देर रात तक हंगामा चलता रहा।

इसकी सूचना मिलने पर पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग मौके पर पहुंचे। उन्होंने ठेकेदार को आश्वासन दिया कि यदि कोई भी व्यक्ति तुमसे नाजायज उगाही करता है तो उसके खिलाफ वे डटकर खड़े होंगे। सत्ताधारी को पार्टी को खुद समझना चाहिए कि धार्मिक कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। यदि ठेकेदार के खिलाफ कोई राजनीतिक दबाव में पर्चा दर्ज किया जाता है तो मैं उसके साथ हूं।

उधर, इस मामले में विधायक ने कहा कि मुझे राजनीतिक कारणों से फंसाया जा रहा है। यदि मैंने पैसे मांगे तो सबूत दे ।

आत्मदाह की कोशिश करने वाले ठेकेदार ने ये आरोप लगाए…

विधायक पुलिस को भेज कर दुकानें बंद करवा रहा : मेले के ठेकेदार अशोकी ने कहा मैंने दरेसी दशहरा मेले का ठेके लिया हुआ है। विधायक ने खुद अपने मुंह से मुझे कहा कि उन्हें 10 लाख रुपए चाहिए, तभी वह मेला चलने देंगे। हम 70 वर्ष से दशहरा का त्योहार मना रहे है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल खुद इमानदार है, लेकिन उनके विधायक पूरी तरह से भ्रष्ट है। विधायक पुलिस को भेज कर दुकानें बंद करवा रहा है।
पुलिस कमिश्नर से भी मिला, लेकिन कुछ नहीं हुआ – अशोक ने आगे बताया कि मैं कल लोगों के साथ पुलिस कमिश्नर के पास भी गया था। लोगों ने उन्हें कहा कि ये गरीबों का कामकाज है, इसे चलने दो, लेकिन उन्होंने भी स्पष्ट रूप से मना कर दिया। आरोप लगाया कि पिछली बार विधायक के चहेतों ने मेला चलाया था तो उसने किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी। मगर, इस बार ठेका हमारे पास है तो वह पैसे मांग रहा है।


मेला कमेटी ने लिए करोड़ रुपए -अशोकी ने बताया कि पिछली बार एक ठेकेदार के साथ भी इस विधायक ने यही पंगा लिया था। मैं एससी कमीशन दिल्ली तक जाउंगा। दरेसी मेला कमेटी के जो सदस्य है, उन्होंने 1 करोड़ रुपए हमसे मेले का लिया है, अब वे भी पीछे हट गए है।


निगम कमिश्नर ने भी हाथ खड़े किए : अशोक ने बताया कि हिन्दू होकर हमारी बात नहीं मान रहे। मैं निगम कमिश्नर के पास गया था। उन्होंने सीधा कह दिया कि हम कुछ नहीं कर सकते। निगम के अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए। मेरे सामने ज्वाइंट कमिश्नर को भी विधायक ने फोन पर गालियां निकाली हैं तो हमारी क्या औकात।

मैं डरने वाला नहीं हूं : ठेकेदार अशोकी ने कहा कि मैं आज विधायक से परेशान होकर ही खुद पर तेल डाल कर आत्महत्या करने लगा था। अब यदि सोमवार तक इन्होंने फिर हमें तंग किया तो सोमवार को मैं सुसाइड कर लूंगा। मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं और न ही मैं किसी तरह की रिश्वत विधायक को दूंगा। मैंने खुद ब्याज पर पैसे लेकर काम किया है।


बिना मेला देखे लोग लौटे, डोला यात्रा रोड पर रोका -ठाकुर द्वारा मंदिर के महंत गौरव दास ने कहा कि यह डोला यात्रा उनकी चौथी पीढ़ी द्वारा निकाली जा रही है। इस मेले के साथ हर साल डोला यात्रा भी निकाली जाती है। शनिवार शाम जब यह यात्रा निकाली जाने लगी तो उन्होंने देखा कि मेला बंद था और लोग अपने बच्चों के साथ मेला देखे बिना लौट रहे थे। उन्होंने डोला यात्रा को दरेसी ग्राउंड रोड पर रोक दिया और कमेटी के सदस्यों ने भी इसके विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। इस समय रामलीला प्रबंधक कमेटी के लोग भी उनके साथ शामिल हो गए।

राजा वड़िंग बोले- धार्मिक कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए- उधर, इसकी सूचना मिलते ही पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी को पार्टी को खुद समझना चाहिए कि धार्मिक कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। यदि ठेकेदार के खिलाफ कोई राजनीतिक दबाव में पर्चा दर्ज किया जाता है तो मैं उसके साथ हूं। इसके बाद मामला कुछ शांत हुआ।

विधायक बोले- राजनीति के कारण मुझे बदनाम किया जा रहा- उधर, इस मामल में विधायक अशोक पराशर पप्पी ने कहा कि मुझे राजनीतिक कारणों से बदनाम किया जा रहा है। जिसके पास मेले का ठेका है, उसके पास सिर्फ मैदान की जगह है। जबकि उसने सड़क तक दुकानें लगाई हुई है। यदि मेले में कोई दुर्घटना हो जाती है तो उससे बड़ा नुकसान हो सकता है। यदि मैंने किसी से पैसे मांगे है तो उसका सबूत दें। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर लगाएं जा रहे सभी आरोप झूठे हैं।

थाना प्रभारी बोले- मुझे पूरी बात नहीं पता- थाना डिवीजन नंबर 4 के एसएचओ गगनदीप सिंह ने कहा कि मैं अभी 2 मिनट पहले ही पहुंचा हूं। मुझे पूरी बात नहीं पता है। ठेकेदार मेला बंद क्यों कर रहे है, ये वही बता सकते है। मैं थाने में बैठा हूं, पुलिस ने निगम के साथ मिलकर कही कोई दुकानें मेले की बंद नहीं करवाई। बाकी मैं मामले को वेरिफाई करवा रहा हूं।

निगम कमिश्नर ने चुप्पी साधी- वहीं, इस मामले में निगम कमिश्नर और ज्वाइंट कमिश्नर ने चुप्पी साध ली है। उन्हें इस मामले में पक्ष लेने के लिए फोन किया गया लेकिन दोनों अधिकारियों ने फोन रिसीव नहीं किया। मेला दुकानदारों के भी ऐसे ही आरोप है कि अधिकारी उनकी सुन नहीं रहे हैं।

सांसद अमरिंदर सिंह राजा वेडिंग ने मौके पर पहुंच कर डिप्टी कमिश्नर से बात की। उन्होंने कहा कि किसी भी दुकान को बंद नहीं होने देंगे। किसी भी विभाग के अधिकारी या किसी भी पार्टी के नेता का हस्तक्षेप नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि वे लोगों और कमेटी के साथ हैं। वड़िग के आश्वासन के बाद धरना हटा दिया गया। उसके बाद मेला दोबारा शुरू हुआ और चार घंटे से ज्यादा समय के बाद सिंहासन यात्रा सीता माता मंदिर, दरेसी पहुंची।

भाजपा नेता गुरुदेव शर्मा देबी ने कहा कि किसी भी कीमत पर धर्म का अपमान सहन नहीं किया जाएगा। पूर्व विधायक सुरिंदर डाबर ने कहा कि आप सरकार गुंडागर्दी पर उतर आई है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

धरने में पार्षद शाम सुंदर मल्होत्रा, दविंदर जग्गी, भाजपा नेता गुरुदेव शर्मा देबी, संदीप थापर, श्री रामलीला कमेटी के दिनेश मरवाहा, कमल बस्सी, सुरेश धीर राजा सहित भारी संख्या में शहर की सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक संस्थाओं के सदस्य शामिल हुए।

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