
बेरोजगारों को रोजगार देने का लगातार दावा करने वाली सरकार पहले से कार्यरत प्रधानाध्यापकों को बेरोजगार बना रही है – विजय धीर।
मोगा (21 जून ) पंजाब शिक्षा विभाग ने 10 जून को एक पत्र जारी कर समग्र स्कीम के तहत पंजाब शिक्षा विभाग द्वारा भर्ती किए गए 29 मुख्य अध्यापकों को पांच साल की सेवा के बाद नौकरी से हटा दिया है। प्रमुख मजदूर नेता विजय धीर एडवोकेट और महासचिव प्रवीण कुमार शर्मा के नेतृत्व में जुड़े मजदूर संगठनों ने नौकरी से हटाए गए 29 मुख्य अध्यापकों के पक्ष में हां का नारा बुलंद किया और मांग की कि पंजाब सरकार इन 29 मुख्य अध्यापकों को तुरंत बहाल करे और इन हटाए गए मुख्य अध्यापकों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की और इन मुख्य अध्यापकों के साथ खड़े होने का भरोसा दिया। इस मौके पर मजदूर नेता विजय धीर एडवोकेट ने कहा कि 2022 में पंजाब का समूचा मजदूर वर्ग और कर्मचारी मौजूदा सरकार बनाने के लिए बदलाव के नाम पर एकत्र हुआ था, लेकिन पंजाब सरकार ने मजदूरों और कर्मचारियों पर किए गए एहसानों का बदला लेते हुए उन्हें सड़कों पर उतरने और सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने पर मजबूर कर दिया है। धीर ने कहा कि हमेशा बेरोजगारों को रोजगार देने का दावा करने वाली पंजाब सरकार ने 29 कार्यरत मुख्य अध्यापकों को नौकरी से हटाकर बेरोजगार कर दिया है। धीर ने कहा कि इन 29 मुख्य अध्यापकों का मामला माननीय सर्वोच्च न्यायालय में चल रहा है और सरकार ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने से पहले ही इन 29 मुख्य अध्यापकों को नौकरी से हटा दिया है। धीर ने कहा कि सरकार ने न केवल 29 मुख्य अध्यापकों को नौकरी से हटाया है बल्कि 29 परिवारों को भी समय दिया है। इस अवसर पर अन्यों के अलावा क्रांतिकारी भट्ठा मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण कुमार शर्मा, जिला अध्यक्ष सतपाल सिंह भागी के, कोषाध्यक्ष सतनाम सिंह चारिक, सलाहकार गुरमेल सिंह, ई-रिक्शा मजदूर संघ के अध्यक्ष जसविंदर सिंह डड, महासचिव मेजर सिंह लांडे के, जसवंत सिंह जस्सा, रिम्पी, रेशम सिंह, मदन सिंह, चमकौर सिंह मेहना, गुरचरण सिंह बहोना, राजिंदर सिंह काला, सुखदेव सिंह, सन्नी, शिंदर पाल, शम्मी, दर्शन सिंह जोड़ा, विनोद, चन्ना, बब्बू, गगन, सोमनाथ, मनोहर लाल, शकू, ज्योति, साहिल, हैप्पी, सागर विशेष रूप से उपस्थित थे।