‘जनगणना में देरी और परिसीमन की योजना कोई संयोग नहीं, बल्कि साजिश है’, सीएम स्टालिन का बड़ा आरोप
मुख्यमंत्री स्टालिन का कहना है कि जो राज्य – खासकर दक्षिण भारत के गैर-हिंदी भाषी राज्य – जिन्होंने समय पर जनसंख्या नियंत्रण के नियमों का पालन किया, अब उन्हें सज़ा दी जा रही है। जबकि जिन राज्यों ने जनसंख्या नियंत्रण की अनदेखी की, उन्हें संसद में ज्यादा सीटें मिलने वाली हैं।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने शुक्रवार को केंद्र की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि देश में जनगणना में हो रही देरी और आगामी परिसीमन की योजना कोई संयोग नहीं है, बल्कि एक खतरनाक साजिश है, जिससे दक्षिणी राज्यों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
सीएम स्टालिन ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘जिस खतरे की मैंने पहले चेतावनी दी थी, वह अब हमारे दरवाजे पर आ खड़ा हुआ है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार जनगणना और परिसीमन को एक राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है।
मुख्यमंत्री स्टालिन का कहना है कि जो राज्य – खासकर दक्षिण भारत के गैर-हिंदी भाषी राज्य – जिन्होंने समय पर जनसंख्या नियंत्रण के नियमों का पालन किया, अब उन्हें सज़ा दी जा रही है। जबकि जिन राज्यों ने जनसंख्या नियंत्रण की अनदेखी की, उन्हें संसद में ज्यादा सीटें मिलने वाली हैं। स्टालिन ने कहा, ‘यह संघीय ढांचे के संतुलन को बिगाड़ता है और गैर-जिम्मेदार राज्यों को इनाम देता है।’